
डोनाल्ड ट्रंप को एक बार फिर गुस्सा आ गया है—और इस बार निशाने पर है स्पेन, जो NATO के “होमवर्क” यानी 5% डिफेंस खर्च को बढ़ाने के टारगेट में पिछड़ गया।
ट्रंप का आरोप:
“NATO के बाकी सदस्य तो पिता की आज्ञा मानने वाले संस्कारी बच्चे हैं… पर स्पेन? वो तो क्लास में भी झगड़ा करता है और गृहकार्य भी नहीं करता!”
GDP के नाम पर बचपना?
जून 2025 के NATO समिट में तय हुआ कि सभी सदस्य देश अपनी GDP का 5% रक्षा खर्च पर झोंकेंगे। पर स्पेन ने कहा – “हम तो नहीं करेंगे!”
ट्रंप बोले: “GDP का 1.2% खर्च कर के कोई क्या सेना चलाएगा? ये तो बॉर्डर पर सैनिक नहीं, TikTok Creator भेजने जैसा है!”
“Unfaithful Ally” की उपाधि!
ट्रंप ने सीधे शब्दों में कहा – “स्पेन अब NATO का वफादार नहीं रहा। ऐसे में उसे टैरिफ लगा कर सज़ा दी जानी चाहिए। इस बार व्यापार के जरिए सबक सिखाया जाएगा।”
उफ्फ… ट्रंप स्टाइल सज़ा!
2035 तक का Mission: Impossible?
NATO का लक्ष्य – 3.5% कोर डिफेंस खर्च, 1.5% इन्वेस्टमेंट इन स्ट्रैटजिक टेक लेकिन स्पेन के लिए ये मिशन बन चुका है। “Mission: Not Possible, Because Budget is Unavailable!“
स्पेन की सफाई – हम तो शांतिप्रेमी हैं!
स्पेन सरकार का कहना है – “हम अपने संसाधनों में रहकर शांति बनाए रखेंगे।”
ट्रंप का जवाब –
“शांति तब तक अच्छी लगती है जब पड़ोसी बंदूक नहीं लहरा रहा हो!”
क्या स्पेन को मिलेगा “डिटेंशन”?
ट्रंप के इतिहास में देखा गया है – जो दोस्त नहीं बना, उस पर टैक्स लगा। जो नियम नहीं माने, उसे “डील से बाहर” किया। और जो नाराज करे, उस पर Twitter पर हमला किया .. शायद!
तो अब स्पेन की बारी है – “टैरिफ लगाओ और बताओ कि क्लास में अनुशासन जरूरी है!”
एनालिसिस: ये रक्षा या व्यापार की लड़ाई है?
विश्लेषक मानते हैं कि ट्रंप का असली गुस्सा शायद डिफेंस पर नहीं, बल्कि स्पेन से व्यापार घाटे और व्यक्तिगत ईगो पर है।
“ट्रंप को लगता है कि NATO का बजट वही तय करें – और बाकी बस ‘Yes Sir’ कहें।”
NATO में ‘नो ट्रस्ट ओथ’?
जहां एक ओर रूस-चीन जैसे खतरे मंडरा रहे हैं, वहीं NATO की अपनी यूनिटी अब “Group Project Gone Wrong” जैसी लग रही है।
स्पेन बोले – “हम खुद को डिफेंड कर सकते हैं।”
ट्रंप बोले –
“ठीक है, फिर टैरिफ का टॉर्चर झेलो।”
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